Do’s and don’ts of eating

मीठे के साथ नमक, मीठे के साथ कसैला , दूध के साथ नमक, खट्टे पदार्थ आदि नुकसान देते है । हमारे  लिवर को हर खाद्य पदार्थ को पचाने में अलग अलग  रसायनों का उपयोग करना पड़ता है ।फल आदि आधे घण्टे में पच जाते है तो अन्न, दालों  आदि के पाचन में 3 घण्टे का समय लगता है । आशय यह है कि यदि हम बेमेल खाना खायेंगे तो नुकसान होगा ही।आजकल जितने भी चाइनीज उत्पाद बनाये जाते है उसमे खट्टा, मीठा, नमकीन, चरपरे आदि रसों का प्रयोग होता है । इसमे तेल और अनेक विनेगर रहते है जिसे पचाने में हमारे सिस्टम को अतिरिक्त कार्य करना पड़ता है ।

एक तरफ हम गोलगप्पे खा रहे है दूसरी ओर काफी पी रहे है और फिर आइसक्रीम । आप समझ सकते है कि यह विभिन्न बेमेल खाद्य खाकर हम स्वस्थ रहेंगे या बीमार। हलवाई या केटरर्स केवल आपके टेस्ट के लिए काम करता है उसे इस बात से कोई मतलब या ज्ञान नही होता कि आपकी सेहत किंतनी बिगड़ेगी । आपके लिवर पर इस भोजन का कितना असर पड़ता है यह जानना आपके लिए  जरूरी है । शादी विवाह समारोह में हमे अनाज, दाल, सब्जी, फल, कोल्ड्रिंक, गर्म पेय, चाइनीज, मॉकटेल  एक साथ नजर आएंगे। इन सभी के लिए हमारे लिवर को अलग अलग तरह से काम करना पड़ता है ।

आयुर्वेद के अनुसार विरुद्ध वस्तुओ यानी कि ऐसी वस्तुएं जिनका गुण-धर्म अलग हो, ऐसी किसी भी खाद्य वस्तुयों को एक साथ कभी नहीं खाना चाहिए । उड़द की दाल पर भारत में बहुत सी रिसर्च हो चुकी है और उसमे यह पता लगा है कि ये दालो की राजा है । लेकिन उड़द की दाल और दही एक दूसरे के जानी दुश्मन हैं । अतः इसे हमेशा अकेले ही खाये; दही के साथ तो भूल कर भी ना खाये। आप चाहे तो इसका निम्नानुसार अपने शरीर पर परीक्षण भी कर सकते हैं। पहले आप खाने से पूर्व अपना बीपी चेक चैक करें। फिर उड़द की दाल और दही यानी कि दही-बड़ा खाये । फिर आधे से एक घंटे बाद अपना बीपी पुनः चेक करें । आप घबरा जायेंगे, क्योकि आपका बीपी 20 से 25% तक बढ़ा हुआ मिल सकता है । इसका मतलब यह हुआ कि अगर आप रोज ही उड़द की दाल को दही के साथ खा रहे हैं, तो आपको आने वाले समय मे ह्रदय रोग की आंशका काफी बढ़ जायेगी । यदि आपको बड़ा खाना है तो जरुर खायें लेकिन दही के साथ नहीं चटनी के साथ खाये । रात्रि में दही निषेध है | दूध का सेवन करे वह भी सोते समय |

आयुर्वेद के अनुसार कुछ अन्य विरुद्ध वस्तुएं इस तरह की हैं –

प्याज और दूध कभी एक साथ न खाये । ये दोनों भी एक दूसरे के जानी दुश्मन हैं । इनको एक साथ खाने से सबसे ज्यादा चमड़ी के रोग जैसे कि  एक्जिमा, सोराईसिस आदि  हो सकते हैं। प्याज वैसे भी तामसिक भोजन में गिना जाता है। ऐसी ही कटहल (jack fruit) और दूध कभी न खाये। ये भी जानी दुश्मन हैं । खट्टे फ़ल जैसे संतरा आदि जिनमे साईट्रिक ऐसिड होता है, उन्हें भी दूध के साथ न खाये । आयुर्वेद के अनुसार अगर कोई खट्‌टा फल दूध के साथ खाया जा सकता है, तो वो एक आंवला ही है।

उक्त लेख लिखने का तात्पर्य यह है कि भोजन का मीनू कम से कम हो और बेमेल न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाना चाहिये । व्यर्थ के दिखावे में हम अपने शरीर का कितना नुकसान कर रहे है,यह आप हर व्यक्ति के बढ़ते वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर लेवल, विभिन्न प्रकार के चर्म रोग व केन्सर के प्रकोप को देखकर अंदाजा लगा सकते है ।